सोमवार, 1 जनवरी 2018

उत्पत्ति के आधार पर शब्द- तत्सम,तद्भव, देशज, विदेशज, संकर

तत्सम
तत्सम शब्द का अर्थ-उसके समान अर्थात संस्कृत के समान। 
परिभाषा - संस्कृत के ऐसे शब्द जिसे हम ज्यों का त्यों प्रयोग में लाते हैं, तत्सम कहलाते हैं| जैसे अग्नि, वायु, माता, पिता, पत्र, कोकिल, गर्दभ, गंभीर, उष्ट्र, उलूक, कर्पूर, घोटक, चंद्र आदि। 

तद्भव 
तत्सम शब्द का अर्थ-उससे होना अर्थात संस्कृत शब्दों से परिवर्तित होकर बने शब्द।  
परिभाषा -अतः संस्कृत के जो शब्द प्राकृत, अपभ्रंश, पुरानी हिन्दी आदि से गुजरने के कारण आज परिवर्तित रूप में मिलते हैं, तद्भव शब्द कहलाते हैं| जैसे आग,बादल,बहिन,पीला,पूत कोयल, गधा, ऊँट, उल्लू, कपूर, घोडा, चाँद  आदि

तत्सम और तद्भव शब्द के अन्य उदाहरण देखने हेतु यहाँ क्लिक करें 


देशज

देशज का अर्थ - देश में उत्पन्न। 
परिभाषा -  वे शब्द जो विभिन्न बोलियों या भारतीय भाषाओँ से हिंदी में आए हैं, देशज शब्द कहलाते हैं।  अधिकतर ऐसे  शब्द लोकभाषाओं में व्यवहृत होते हैं।जैसे - लोटा, थाली, कटोरी, गमछा, पेट, पगड़ी, चप्पल, झाड़ू, खिड़की, खिचड़ी, टाँग अचानक, अटपटा, आहट,इठलाना, ऊटपटांग ऊलजलूल, गद्दा, खुरदुरा, कूड़ा, कौरा, गली   आदि  

विदेशज 

विदेशज का अर्थ - विदेश में उत्पन्न। 
परिभाषा -  वे शब्द जो विदेशी भाषाओँ से हिंदी में आए हैं, विदेशज शब्द कहलाते हैं।  ऐसे शब्द फ़ारसी, अँग्रेजी, पुर्तगाली, अरबी, तुर्की, फ्रांसीसी आदि भाषा से आए हुए हैं।
जैसे- 
फ्रांसीसी शब्दआराम, दवा, चेहरा,आदमी, मोजा, कमर, कद्दू, दोस्त, वापिस, बीमार, किनारा, दाग, गर्म आदि।   
अँग्रेजी के शब्द - टिकट, सिनेमा, कमीशन, बैंक, यूनियन, फुटवाल, टेलीफोन, नर्स मास्टर, प्रेस, बटन, कोट, ग्लास पेन, रेल, रजिस्ट्री, कलेक्टर, गैस, इंजन रेडियो,शादी, अमीर, दुनिया,आदि।   
संकर शब्द 
ऐसे शब्द जिनका निर्माण दो भिन्न भाषाओँ के शब्दों से मिलकर होता है , संकर शब्द कहलाते हैं। 
विशेष- 
1. ये शब्द योगिक शब्द हैं। 
2. किन्हीं दो भाषा के शब्दों से मिलकर बनते हैं।  
उदाहरण - काश्तकार, सलाहकार, घूसखोर, कारीगर, ईदगाह, चरागाह, बंदरगाह, छायादार हवादार, रोशनदान, सीलबंद, रेलगाड़ी, आरामगाह  आदि  
    
  
  

  

      

शनिवार, 23 दिसंबर 2017

शब्द

शब्द

  •  भाषा की लघुतम इकाई वर्ण हैं।
  •  वर्णों के सार्थक समूह या  मेल को शब्द कहते हैं। 
  • या ध्वनियों के मेल से बने सार्थक वर्ण समूह को शब्द कहते हैं |
  • शब्द अर्थ स्तर पर भाषा की लघुतम एवं सार्थक इकाई है। 
  • ब्द एक या एक से अधिक अक्षरों का वह समूह है, जिसका कोई न कोई अर्थ होता है  जैसे- विद्यालय, कलम, वन, वर्षा, नूपुर, ढोलक, भोजन आदि     
स्पष्टीकरण - कनक  एक शब्द है, जो क् +  + न् + क् + ( चार वर्णों) से मिलकर बना है। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि किसी  शब्द का अर्थ उसके प्रयोग पर निर्भर करता है।  इसीलिए एक शब्द के अनेक अर्थ होते है। 
उदाहरण - 
कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय।
या खाए बौरात नर या पाए बौराय।।

यहाँ कनक के दो अर्थ हैं - सोना और धतूरा 


हिंदी साहित्य में शब्दों के अक्षय भंडार हैं।  इन शब्दों को वर्गीकृत करने के चार आधार हैं -

(1 ) विकास या उदगम के आधार पर - 
      (i) तत्सम   (ii) तदभव  (iii) देशज 
      (iv) विदेशज (v) संकर 

(2) उत्पत्ति के आधार पर -
      (i) रूढ़    (ii) योगिक   (iii) योगरूढ़ 

(3) प्रयोग या रूप के आधार पर -
      (i) विकारी   (ii) अविकारी   

(4) अर्थ के आधार पर - 
      (i) पर्यायवाची शब्द (ii) विलोम शब्द 
     (iii) अनेकार्थी शब्द   (iv) एकार्थी   

       

शुक्रवार, 22 दिसंबर 2017

प्रत्यय



प्रत्यय 

परिभाषा 

वे शब्दांश जो शब्दों के अन्त में जुड़ते हैं , उनके जुड़ने से शब्दों के अर्थ में परिवर्तन हो जाता है, प्रत्यय कहलाते हैं। 
दूसरे शब्दों में - जो शब्दांश शब्दों के बाद जुड़कर उनके अर्थ में परिवर्तन या विवशेषता ला देते हैं, प्रत्यय कहे जाते हैं।  प्रत्यय का प्रयोग स्वतंत्र रूप से नहीं किया जाता।  
इस प्रकार प्रत्यय में चार  बातें उल्लेखनीय है  - 
1. ये शब्दांश हैं, पूर्ण शब्द नहीं।  
2. ये हमेशा शब्दों के अंत में जुड़ते हैं।
3. इनके जुड़ने से शब्दों के अर्थ में परिवर्तन हो जाता है या उनके अर्थ में एक विशेषता आ जाती है। 
4. इनका प्रयोग स्वतंत्र रूप से नहीं किया जाता क्योंकि इनका कोई अर्थ नहीं होता।      
उदाहरण - 1. दूध + वाला = दूध वाला,  2. पढ़ + ता = पढ़ता   
स्पष्टीकरण - 1. यहाँ पर मूल शब्द 'दूध' है एवं 'वाला' प्रत्यय है , जिसके जुड़ने से 'दूधवाला' नया शब्द बना।
2. यहाँ पर मूल शब्द 'पढ़' ( क्रिया ) है एवं 'ता' प्रत्यय है , जिसके जुड़ने से नया शब्द 'पढ़ता' ( कृदंत) बना।   

प्रत्यय के प्रकार 

प्रत्यय के मुख्यतः दो प्रकार हैं - 
1. कृत प्रत्यय  
2. तध्दित प्रत्यय 

कृत प्रत्यय 

क्रिया या धातु के अंत में लगाने वाले शब्दांश कृत प्रत्यय कहलाते हैं।  इससे बनने वाले शब्द कृदंत कहलाते हैं।  जैसे - 
1. पढ़   (क्रिया ) + ना ( प्रत्यय) = पढ़ना ( कृदंत) । 
2. लेख् (मूल शब्द ) + क (प्रत्यय )  = लेखक ( कृदंत) 


कृत प्रत्यय के अन्य उदाहरण -

मूल शब्द या  धातु
प्रत्यय
नया शब्द
पाठ्
अक
पाठक
कृ
अक
कारक
गै
अक
गायक
पाल्
अन
पालन
सह्
अन
सहन
ने
अन
नयन
चर्
अन
चरण
घट्
ना
घटना
तुल्
ना
तुलना
पठ्
अनीय
पठनीय
दृश्
अनीय
दर्शनीय
पूज्
अनीय
पूजनीय
सूख
सूखा
इष्
इच्छा
भिक्ष्
भिक्षा
लड़
आई
लडाई
पढ़
आई
पढ़ाई
हर
हरि
दशरथ
दाशरथि
गिर
गिरि
छल 
इया
छलिया
बढ़
इया
बढ़िया
पठ्
इत
पठित
व्यथा
इत
व्यथित
फल
इत
फलित
हँस
हँसी
बोल
बोली
खुश
खुशी
इच्छ्
उक
इच्छुक
कृ
तव्य
कर्तव्य
वच्
तव्य
वक्तव्य
ता
आता
जा
ता
जाता
गा
ता
गाता
ति
अति
शक्
ति
शक्ति
भज्
ति
भक्ति
ला
ते
लाते
खा
ते
खाते
अन्य
त्र
अन्यत्र
अस्
त्र
अस्त्र
क्रंद
क्रंदन
वंद
वंदन
खिद्
खिन्न
पढ़
ना
पढ़ना
लिख
ना
लिखना
गा
ना
गाना
गद्
गद्य
पद्
पद्य
विद्
या
विद्या
गाने
वाला
गानेवाला
देने
वाला
देनेवाला
रख
ऐया
रखैया
गा
ऐया
गवैया
डॉट
ऐया
डटैया
होन
हार
होनहार
खेवन
हार
खेवनहार

तध्दित प्रत्यय 

वे प्रत्यय जो धातु य क्रिया को छोड़कर अन्य शब्द संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण आदि से  जुड़कर शब्दों को नया अर्थ प्रदान करते हैं, तध्दित प्रत्यय कहलाते हैं।  इससे बनने वाले शब्द तध्दितांत कहलाते 
जैसे - 
1. सब्जी    (संज्ञा) + वाला  ( प्रत्यय) = सब्जीवाला (तध्दितांत )। 
2. लोहा  (संज्ञा ) + हार  (प्रत्यय )  = लुहार  ( तध्दितांत)  । 

शब्द
प्रत्यय
नया  शब्द
पछताना
आई
पछताई
ठगना
आई
ठगाई
पण्डित
आइन
पण्डिताइन
ठाकुर
आइन
ठकुराइन
चतुर
आई
चतुराई
चौड़ा
आई
चौड़ाई
सेठ
आनी
सेठानी
नौकर
आनी
नौकरानी
जवान
आनी
जवानी
पंच
आयत
पंचायत
बहुत
आयत
बहुतायत
लोहा
आर
लुहार
सोना
आर
सुनार
घबरा
आहट
घबराहट
चिकना
आहट
चिकनाहट
कूट
इल
कुटिल
जटा
इल
जटिल
धूम
इल
धूमिल
बल
इष्ठ
बलिष्ठ
गुरु
इष्ठ
गरिष्ठ
वर
इष्ठ
वरिष्ठ
चम
चमक
नम
नमक
दम
दमक
गुरु
तर
गुरुतर
बद
तर
बदतर
लड़का
पन
लड़कपन
बच्चा
पन
बचपन
पा
बूढ़ा
बुढ़ापा
मोटा
पा
मोटापा
लेश
मात्र
लेशमात्र
पण्डित
पांडित्य
मधुर
माधुर्य
ग्राम
ग्राम्य
शीत
शीतल
श्याम
श्यामल
दया
लु
दयालु
कृपा
लु
कृपालु
रघु
राघव
लघु
लाघव
मधु
माधव
पुत्र
वत
पुत्रवत
मातृ
वत
मातृवत
पितृ
वत
पित्रवत
धन
वान
धनवान
बल
वान
बलवान
सोना
हरा
सुनहरा
दो
हरा
दुहरा
पानी
हारा
पनिहारा
लकड़ी
हारा
लकडहारा